छोड़ दिल से तू सभी नाराज़गी अपने जिंदगी के ही लिए आज़म हंसी है दोस्ती। छोड़ दिल से तू सभी नाराज़गी अपने जिंदगी के ही लिए आज़म हंसी है दोस्ती।
क्या होगा अब तो समय चला गया, अब फिर क्यों लौट कर आए हैं। क्या होगा अब तो समय चला गया, अब फिर क्यों लौट कर आए हैं।
इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई बार होता का इंसान की जिंदगी में कई प्रेरणास्रोत, उनके जीवन मुल्य उतारता अपने भीतर, कई ...
किस पल्ले पड़ गई ये जिंदगी मिरे, फिर मरने की शुरुआत जाने कैसे होयेगी। किस पल्ले पड़ गई ये जिंदगी मिरे, फिर मरने की शुरुआत जाने कैसे होयेगी।
नमन करती है लेखनी, आज शहीदों के नाम। नमन करती है लेखनी, आज शहीदों के नाम।
भगवान से भी बड़ी है माँ मेरी हर खुशी है माँ। भगवान से भी बड़ी है माँ मेरी हर खुशी है माँ।